Bihar Land Survey : बिहार में इस समय भूमि सर्वेक्षण का काम चल रहा है। इस सर्वेक्षण के दौरान भूमि स्वामियों को सही दस्तावेज दिखाने पर उनका मालिकाना हक दिया जाएगा। सर्वेक्षण के दौरान सर्वेक्षक भूमि के वास्तविक मालिक से कई दस्तावेज मांगेंगे और उनके सत्यापन के बाद भूमि से जुड़ी जानकारी अपडेट की जाएगी। इन्हीं महत्वपूर्ण दस्तावेजों में से एक पारिवारिक वंशावली भी है। आम भाषा में वंशावली का मतलब किसी व्यक्ति, परिवार या समूह के पूर्वजों की वंशावली का लेखा-जोखा होता है। इसमें आपके परिवार के पूर्वजों का विवरण तो होता ही है, साथ ही आप अपने घर के नए सदस्य का नाम भी इस वंशावली में दर्ज करवा सकते हैं।
जब आप सर्वेक्षण कर्मियों को अपनी वंशावली दिखाएंगे तो पता चल जाएगा कि उक्त भूमि आपके पूर्वजों की है, जिस पर अब आपका मालिकाना हक होगा। हालांकि, कई लोगों के पास वंशावली नहीं भी हो सकती है। लेकिन आपको इस बारे में बिल्कुल भी चिंता करने की जरूरत नहीं है।
यहां हम आपको जमीन सर्वे के लिए वंशावली बनवाने का तरीका बात रहे हैं। बिहार में राज्य सरकार के निर्देश पर जमीन जमाबंदी और वंशावली का काम तेजी से पूरा करने के लिए सभी पंचायत में कैंप आयोजित किए जा रहे हैं, जहां हर मंगलवार, बुधवार, और गुरुवार को वंशावली बनाई जा रही है। वहीं आप अंचल कार्यालय के साथ अपने क्षेत्र के ग्राम कचहरी में भी वंशावली बनाने के लिए सरपंच को आवेदन दे सकते हैं।
वंशावली बनाने के लिए सबसे पहले आपको अपने क्षेत्र के पंचयत सचिव /वार्ड सदस्य से संपर्क करना होगा। यहां आपको वंशावली बनाने के लिए आवेदन पत्र मिलेगा। इस आवेदन पत्र, जिसे वंशावली प्रमाण पत्र के लिए आवेदन पत्र कहा जाता है, में ग्राम पंचायत, प्रखंड, जिला, पोस्ट, वार्ड, थाना समेत कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ मांगी जाती हैं। आपको इन जानकारियों को ध्यानपूर्वक और सही-सही भरना है। फॉर्म के नीचे आवेदक को हस्ताक्षर भी करना होगा।
वंशावली बनाने के लिए सबसे पहले आपको अपने क्षेत्र के वार्ड सदस्य से संपर्क करना होगा। यहां आपको वंशावली बनाने के लिए आवेदन पत्र मिलेगा। वंशावली प्रमाण पत्र के लिए आवेदन पत्र के नाम से उपलब्ध इस फॉर्म में ग्राम पंचायत, प्रखंड, जिला, पोस्ट, वार्ड, थाना समेत कई जरूरी जानकारियां मांगी गई हैं, जिन्हें आपको ध्यानपूर्वक और सही-सही भरना है। फॉर्म के नीचे आवेदक को हस्ताक्षर करना है। फॉर्म के नीचे एक कॉलम में यह भी पूछा गया है कि आप किस काम के लिए यह वंशावली बनवाना चाहते हैं। वहां सही-सही जानकारी देना जरूरी है। अगर आपको जमीन सर्वे के लिए वंशावली बनानी है तो आपको वहां लिखना होगा- सर्वे संबंधी कार्य के लिए।
इस फॉर्म के आखिर में आपको एक ऑप्शन मिलेगा जिसमें लिखा है- मेरे परिवार की वंशावली इस प्रकार है। इसमें आपको अपने दादा-परदादा या फिर जिनके नाम पर जमीन है उनका नाम लिखना है। इसके बाद आपको अपने पूरे परिवार का नाम यहां दर्ज करना है। इस फॉर्म को सही से भरने के बाद आप इसे वेरिफिकेशन के लिए वार्ड मेंबर या अपने ब्लॉक में जमा करेंगे। वेरिफिकेशन के बाद आपको वंशावली दे दी जाएगी। गांव स्तर पर वंशावली के अलावा आप अपने जिला न्यायालय से भी वंशावली बनवा सकते हैं।
वंशावली बनवाने के लिए इन दस्तावेजों की जरूरत होगी:
आवेदक का आधार कार्ड आवेदक का मोबाइल नंबर आवेदक के दादा का मृत्यु प्रमाण पत्र अगर आवेदक के दादा जीवित हैं तो उनका आधार कार्ड ऑनलाइन भी भर सकते हैं फॉर्म बिहार में आप ऑफलाइन के अलावा ऑनलाइन भी वंशावली फॉर्म भरकर आवेदन कर सकते हैं। वंशावली बनवाने के लिए आपको dlrs.bihar.gov.in पर जाना होगा। इस वेबसाइट पर आने के बाद आपको विशेष सर्वेक्षण से जुड़ी सेवाओं का विकल्प चुनना होगा। यहां वंशावली के लिए दिए गए फॉर्म पर क्लिक करने के बाद आपको वंशावली के लिए आवेदन फॉर्म दिखाई देगा। यहां आपको सही जानकारी भरनी होगी।